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Monday, September 4, 2023 2:32:51 PM
Image of Veer Bahadur Singh Purvanchal University
RAJEEV GANDHI MAHAVIDYALAYA,MANDRA,JAKHANIAN, GHAZIPUR (U.P.)
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योगी आदित्यनाथ, मुख्यमंत्री

मुख्यमंत्री (उ0प्र0)

योगीजी का जन्म देवाधिदेव भगवान् महादेव की उपत्यका में स्थित देव-भूमि उत्तराखण्ड में 5 जून सन् 1972 को हुआ। शिव अंश की उपस्थिति ने छात्ररूपी योगी जी को शिक्षा के साथ-साथ सनातन हिन्दू धर्म की विकृतियों .


प्रो.वंदना सिंह

कुलपति

वैश्वीकरण ने पूरी दुनिया को एक छत के नीचे ला दिया है और दुनिया भर में तकनीकी प्रगति के साथ, शिक्षा प्रणाली में वृद्धि केंद्र बिंदु है। उसी दिशा में आगे बढ़ रहा है वीर बहादुर सिंह पूर्वांचल विश्वविद्यालय, जौनपुर .

श्री

प्रबन्धक

शिक्षा का सीधा सम्बन्ध मनुष्य के मस्तिष्क, ह्रदय एवं आत्मा से है तथापि शिक्षा के द्वारा ही हम एक सभ्य व्यक्ति या समाज कि पहचान करते है अर्थात शिक्षा किसी व्यक्ति के पूर्ण विकास का सोपन है। , ...


स्नातक कला संकाय (बी0ए0)

भूगोल, अंग्रेजी, समाजशास्त्र,संस्कृत, गृहविज्ञान,राजनीतिशास्त्र इतिहास

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स्नातकोत्तर कला संकाय (एम0ए0)

हिन्दी, समाजशास्त्र, शिक्षाशास्त्र , भूगाल, गृहविज्ञान

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शिक्षा संकाय (बी0एड0)

शिक्षा संकाय (बी0एड0)

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बी0टी0सी0 (डी0एल0एड0)

बी0टी0सी0 (डी0एल0एड0)

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About the University

About the College

ग्रामीण छात्राओं को उच्च शिक्षा प्रदान कर देश का जिम्मेदार नागरिक बनाने के उद्देश्य से राजीव गॉधी महाविद्यालय,कवला,जखानियॉ,गाजीपुर की स्थापना प्रायः ऐसी जगहों पर की गयी है जहाँ पहले से महाविद्यालय का अभाव है। महाविद्यालय की स्थापना इन्हीं उद्देश्यों को ध्यान में रखकर की गयी। ,कवला,जखानियॉ ,गाजीपुर में स्थित यह संस्थान कई एकड़ के परिसर में विकसित किया गया है। इस महाविद्यालय में उल्लेखनीय सफलता पायी है। छात्राओं के बीच खेलकूद और शिक्षणेतर गतिविधियों की सुदृढ़ परम्परा यहाँ की विशेषता रही है। नकलविहीन और शुचितापूर्ण परीक्षाओं के लिए हम सदैव प्रतिबद्ध रहे हैं। प्राध्यापक अपनी कक्षाओं के प्रति सजग रहे हैं। इस बात का सदैव ख्याल रखा जाता है कि छात्राओं के साथ किसी भी प्रकार का भेद-भाव न हो। परिसर रैगिंग से पूरी तरह मुक्त है। परिसर को साफ-सुथरा और हरा-भरा रखने में प्राचार्य-प्राध्यापकों की प्रेरणा और कर्मचारियों की मुस्तैदी यहाँ देखी जा सकती है।विभिन्न अवसरों पर छात्राओं की सहायता से स्वच्छता और वृक्षारोपण के कार्यक्रम आयोजित कराए जाते रहे हैं। गाँव की छात्राएँ तेजी से आगे बढ़ रही हैं। वे विभिन्न क्षेत्रों में अपना सम्मानजनक स्थान बना रही हैं। गाँव की लड़कियों के आगे बढ़ने में महाविद्यालय की बहुत बड़ी भूमिका है। न्यूनतम फीस और अधिकतम सुविधा की नीति ने गाँव की लड़कियों को निर्बाध तरीके से उच्च शिक्षा हासिल करने में सहायता पहुँचाई है। यह गौरव महाविद्यालय को हासिल है। महाविद्यालय में पुस्तकालय, वाचनालय एवं बुक बैंक की सुविधा उपलब्ध है | शिक्षणेत्तर कार्यक्रम के अन्तर्गत क्रीड़ा प्रशिक्षण, कार्यक्रम में महाविद्यालय,कवला,जखानियॉ की सक्रिय सहभागिता रहती हैं | वार्षिकोत्सव, ..